तकनीकी प्रौद्योगिकियों का प्रस्तुति भारत में तेज गति से हो रहा है। यह क्षेत्रों में नवाचार का {कारण|मूल कारण बन गया है।
भारत सरकार इस क्षेत्र को बढ़ावा देना के लिए अनेक कदम उठा रही हैं ।
विभिन्न कंपनियाँ कंपनियां नए उत्पाद विकसित करना कर रही हैं जो इस क्षेत्र के उन्नयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
कोरोना संक्रमणों में गिरावट, आशा की किरण
पहले ही हफ्तों से हम सबको कोरोना भय का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन अब हालात में परिवर्तन दिखाई दे रहा है और कोरोना के मामलों में गिरावट है। यह प्रेरणादायक संकेत है कि हम इस महामारी से जंग जीतने के करीब हैं।
राजनीति में बिगड़ता माहौल, क्या होगा नतीजा?
यह सवाल है कि आजकल राजनीति में माहौल दिन नकारात्मक हो रहा है। पार्टियां अपनी-अपनी लड़ रही हैं, और जनता न्यायहीनता से परेशान है। क्या यह माहौल बेहतर?
कैसे परिणाम को स्पष्ट करेगा? क्या हम यह हटाना सकते हैं? यह सोचने का समय है, क्योंकि राजनीति का माहौल हमारे भविष्य को निर्णय करता है।
दुनिया भर में बढ़ते तेल के दामों का असर भारत पर इसके प्रभाव
वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ रहे तेल के दामों का भारतीय अर्थव्यवस्था पर व्यापक प्रभाव पड़ रहा है। बढ़ते तेल की कीमतें देश में उत्पादन की कीमतों में उछाल का कारण बन रही हैं। इससे जनता पर दबाव पड़ रहा है और कंपनियां को भी इसका सामना करना पड़ रहा है। सरकार इस समस्या से निपटने के लिए रणनीतियाँ बना रही है लेकिन अभी तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकल पाया है।
सरकार की आतंकवाद विरोधी रणनीति में बदलाव
एक दृढ़/मजबूत/हठकर निर्णय लेते हुए, सरकार ने हाल ही में आतंकवाद से निपटने के लिए एक निरंतर/समग्र/प्रभावी नई रणनीति की घोषणा की है. यह रणनीति तीव्र/लगातार/गहन अभियानों पर जोर देती है, जिसका लक्ष्य आतंकवादी संगठनों को नष्ट करना और उनकी सक्रियता/उपस्थिति/कार्यशैली को कम करना है. सरकार ने भीतर से/बाहर से/दोनों तरफ से आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए एक व्यापक/मूलभूत/बहुआयामी रणनीति अपनाने पर जोर दिया click here है, जिसमें लोक प्रशिक्षण/जागरूकता अभियान/शिक्षा कार्यक्रम और वित्तीय सहायता/आर्थिक उपायों/सामाजिक सहायता शामिल हैं. सरकार का उद्देश्य आतंकवाद के खिलाफ लंबी अवधि की लड़ाई जीतना है, अपनी नागरिकों/देशवासियों/जनता को सुरक्षित रखने और शांति/सुरक्षा/न्याय स्थापित करना है.
भूखमरी की समस्या: किसान प्रदर्शन कर रहे हैं
पहले से ही देश वित्तीय मंदी से जूझ रहा है। इस पर अब आहार संकट भी आ गया है। इस समस्या के कारण किसानों ने देश भर में आंदोलन शुरू कर दिया है। किसानों का कहना है कि उनकी फसलें नष्ट हो रही हैं और सरकार द्वारा उन्हें सहायता नहीं मिल रहा है।
कृषि मजदूर संघों ने सरकार से अपनी मांगें पूरी करने का आह्वान किया है।
अगर सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाए न करे, तो किसानों का आंदोलन और बढ़ेगा।
यह समस्या देश के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है।